पवित्र बाइबिल

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भजन संहिता
1. [QS]याहवेह का स्तवन हो. [QE][PBR] [QS]मैं संपूर्ण हृदय से याहवेह का स्तवन करूंगा, [QE][QS2]सीधे मनवालों की समिति और सभा में. [QE][PBR]
2. [QS]अति उदात्त हैं याहवेह के कृत्य; [QE][QS2]वे उनकी प्रसन्‍नता का कारण हैं, जो इनको मनन करते हैं. [QE]
3. [QS]महिमामय और भव्य हैं याहवेह के ये कृत्य, [QE][QS2]उनकी धार्मिकता सर्वदा है. [QE]
4. [QS]याहवेह ने अपने इन कृत्यों को अविस्मरणीय बना दिया है; [QE][QS2]वह उदार एवं कृपालु हैं. [QE]
5. [QS]अपने श्रद्धालुओं के लिए वह आहार का प्रबंध करते हैं; [QE][QS2]वह अपनी वाचा सदा-सर्वदा स्मरण रखते हैं. [QE][PBR]
6. [QS]उन्होंने अपनी प्रजा पर इन कृत्यों की सामर्थ्य प्रकट कर दी, [QE][QS2]जब उन्होंने उन्हें अन्य राष्ट्रों की भूमि प्रदान की. [QE]
7. [QS]उनके द्वारा निष्पन्‍न समस्त कार्य विश्वासयोग्य और न्याय के हैं; [QE][QS2]विश्वासयोग्य हैं उनके सभी उपदेश. [QE]
8. [QS]वे सदा-सर्वदा के लिए अटल हैं, [QE][QS2]कि इनका पालन सच्चाई एवं न्याय में किया जाए. [QE]
9. [QS]याहवेह ने अपनी प्रजा का उद्धार किया; [QE][QS2]उन्होंने अपनी वाचा सदा-सर्वदा के लिए स्थापित कर दी है. [QE][QS2]उनका नाम सबसे अलग तथा पवित्र और भय-योग्य है. [QE][PBR]
10. [QS]याहवेह के प्रति श्रद्धा बुद्धि का मूल है; [QE][QS2]उन सभी में, जो इसे मानते हैं, उत्तम समझ रहते है. [QE][QS2]याहवेह ही हैं सर्वदा वंदना के योग्य. [QE]
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 111 / 150
1 याहवेह का स्तवन हो. मैं संपूर्ण हृदय से याहवेह का स्तवन करूंगा, सीधे मनवालों की समिति और सभा में. 2 अति उदात्त हैं याहवेह के कृत्य; वे उनकी प्रसन्‍नता का कारण हैं, जो इनको मनन करते हैं. 3 महिमामय और भव्य हैं याहवेह के ये कृत्य, उनकी धार्मिकता सर्वदा है. 4 याहवेह ने अपने इन कृत्यों को अविस्मरणीय बना दिया है; वह उदार एवं कृपालु हैं. 5 अपने श्रद्धालुओं के लिए वह आहार का प्रबंध करते हैं; वह अपनी वाचा सदा-सर्वदा स्मरण रखते हैं. 6 उन्होंने अपनी प्रजा पर इन कृत्यों की सामर्थ्य प्रकट कर दी, जब उन्होंने उन्हें अन्य राष्ट्रों की भूमि प्रदान की. 7 उनके द्वारा निष्पन्‍न समस्त कार्य विश्वासयोग्य और न्याय के हैं; विश्वासयोग्य हैं उनके सभी उपदेश. 8 वे सदा-सर्वदा के लिए अटल हैं, कि इनका पालन सच्चाई एवं न्याय में किया जाए. 9 याहवेह ने अपनी प्रजा का उद्धार किया; उन्होंने अपनी वाचा सदा-सर्वदा के लिए स्थापित कर दी है. उनका नाम सबसे अलग तथा पवित्र और भय-योग्य है. 10 याहवेह के प्रति श्रद्धा बुद्धि का मूल है; उन सभी में, जो इसे मानते हैं, उत्तम समझ रहते है. याहवेह ही हैं सर्वदा वंदना के योग्य.
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