1. [QS]याहवेह का स्तवन हो. [QE][PBR] [QS]मेरे प्राण, याहवेह का स्तवन करो. [QE][PBR]
2. [QS]जीवन भर मैं याहवेह का स्तवन करूंगा; [QE][QS2]जब तक मेरा अस्तित्व है, मैं अपने परमेश्वर का स्तुति गान करता रहूंगा. [QE]
3. [QS]प्रधानों पर अपना भरोसा आधारित न करो—उस नश्वर मनुष्य पर, [QE][QS2]जिसमें किसी को छुड़ाने की कोई सामर्थ्य नहीं है. [QE]
4. [QS]जब उसके प्राण पखेरू उड़ जाते हैं, वह भूमि में लौट जाता है; [QE][QS2]और ठीक उसी समय उसकी योजनाएं भी नष्ट हो जाती हैं. [QE]
5. [QS]धन्य होता है वह पुरुष, जिसकी सहायता का उगम याकोब के परमेश्वर में है, [QE][QS2]जिसकी आशा याहवेह, उसके परमेश्वर पर आधारित है. [QE][PBR]
6. [QS]वही स्वर्ग और पृथ्वी के, [QE][QS2]समुद्र तथा उसमें चलते फिरते सभी प्राणियों के कर्ता हैं; [QE][QS2]वह सदा-सर्वदा विश्वासयोग्य रहते हैं. [QE]
7. [QS]वही दुःखितों के पक्ष में न्याय निष्पन्न करते हैं, [QE][QS2]भूखों को भोजन प्रदान करते हैं. [QE][QS]याहवेह बंदी को छुड़ाते हैं, [QE]
2. [QS2]वह अंधों की आंखें खोल दृष्टि प्रदान करते हैं, [QE][QS]याहवेह झुके हुओं को उठाकर सीधा खड़ा करते हैं, [QE][QS2]उन्हें नीतिमान पुरुष प्रिय हैं. [QE]
9. [QS]याहवेह प्रवासियों की हितचिंता कर उनकी रक्षा करते हैं [QE][QS2]वही हैं, जो विधवा तथा अनाथों को संभालते हैं, [QE][QS2]किंतु वह दुष्टों की युक्तियों को नष्ट कर देते हैं. [QE][PBR]
10. [QS]याहवेह का साम्राज्य सदा के लिए है, [QE][QS2]ज़ियोन, पीढ़ी से पीढ़ी तक तेरा परमेश्वर राजा हैं. [QE][PBR] [QS]याहवेह का स्तवन करो. [QE]