1. [QS]याहवेह का स्तवन हो. [QE][PBR] [QS]आकाशमंडल में याहवेह का स्तवन हो; [QE][QS2]उच्च स्थानों में उनका स्तवन हो. [QE]
2. [QS]उनके समस्त स्वर्गदूत उनका स्तवन करें; [QE][QS2]स्वर्गिक सेनाएं उनका स्तवन करें. [QE]
3. [QS]सूर्य और चंद्रमा उनका स्तवन करें; [QE][QS2]टिमटिमाते समस्त तारे उनका स्तवन करें. [QE]
4. [QS]सर्वोच्च आकाश, उनका स्तवन करे और वह जल भी, [QE][QS2]जो स्वर्ग के ऊपर संचित है. [QE][PBR]
5. [QS]ये सभी याहवेह की महिमा का स्तवन करें, [QE][QS2]क्योंकि इन सब की रचना, आदेश मात्र से हुई है. [QE]
6. [QS]उन्होंने इन्हें सदा-सर्वदा के लिए स्थापित किया है; [QE][QS2]उन्होंने राजाज्ञा प्रसारित की, जिसको टाला नहीं जा सकता. [QE][PBR]
7. [QS]पृथ्वी से याहवेह का स्तवन किया जाए, [QE][QS2]महासागर तथा उनके समस्त विशालकाय प्राणी, [QE]
8. [QS]अग्नि और ओले, हिम और धुंध, [QE][QS2]प्रचंड बवंडर उनका आदेश पालन करते हैं, [QE]
9. [QS]पर्वत और पहाड़ियां, [QE][QS2]फलदायी वृक्ष तथा सभी देवदार, [QE]
10. [QS]वन्य पशु और पालतू पशु, [QE][QS2]रेंगते जंतु और उड़ते पक्षी, [QE]
11. [QS]पृथ्वी के राजा और राज्य के लोग, [QE][QS2]प्रधान और पृथ्वी के समस्त शासक, [QE]
12. [QS]युवक और युवतियां, [QE][QS2]वृद्ध और बालक. [QE][PBR]
13. [QS]सभी याहवेह की महिमा का गुणगान करें, [QE][QS2]क्योंकि मात्र उन्हीं की महिमा सर्वोच्च है; [QE][QS2]उनका ही तेज पृथ्वी और आकाश से महान है. [QE]
14. [QS]अपनी प्रजा के लिए उन्होंने एक सामर्थ्यी राजा का उद्भव किया है, [QE][QS2]जो उनके सभी भक्तों के गुणगान का पात्र हैं, [QE][QS2]इस्राएली प्रजा के लिए, जो उनकी अत्यंत प्रिय है. [QE][PBR] [QS]याहवेह की स्तुति हो. [QE]