1. [QS]याहवेह, आपकी शक्ति पर राजा हर्षित है. [QE][QS2]आपके द्वारा प्रदान किये गये उद्धार से राजा का हर्षातिरेक देखते ही बनता है! [QE][PBR]
2. [QS]आपने उसके हृदय का मनोरथ पूर्ण किया है, [QE][QS2]आपने उसके अनुरोध को पूर्ण करने में अस्वीकार नहीं किया. [QE]
3. [QS]आपने उत्कृष्ट आशीषों के साथ उसका स्वागत किया है, [QE][QS2]आपने उसके सिर को कुन्दन के मुकुट से सुशोभित किया है. [QE]
4. [QS]राजा ने आपसे जीवन की प्रार्थना की, आपने उसे जीवनदान किया— [QE][QS2]हां, सदैव का जीवन. [QE]
5. [QS]आपके द्वारा दिए गये विजय से राजा की महिमा ऊंची हुई है; [QE][QS2]आपने उसे ऐश्वर्य एवं तेज से विभूषित किया है. [QE]
6. [QS]निःसंदेह आपने उसे सर्वदा के लिये आशीषें प्रदान की हैं, [QE][QS2]अपनी उपस्थिति के आनंद से आपने उसे उल्लसित किया है. [QE]
7. [QS]यह इसलिये कि महाराज का भरोसा याहवेह पर है; [QE][QS2]सर्वोच्च परमेश्वर की करुणा, प्रेम के कारण [QE][QS2]राजा अटल रहेगा. [QE][PBR]
8. [QS]आप समस्त शत्रुओं को ढूंढ़ निकालेंगे; [QE][QS2]आपका बाहुबल उन सभी को कैद कर लाएगा, जो आपसे घृणा करते हैं. [QE]
9. [QS]आपके प्रकट होने पर, [QE][QS2]वे सभी जलते भट्टी में जल जाएंगे. [QE][QS]अपने कोप में याहवेह उन्हें निगल जाएगा, [QE][QS2]उनकी अग्नि उन्हें भस्म कर देगी. [QE]
10. [QS]आप उनकी सन्तति को पृथ्वी से मिटा देंगे, [QE][QS2]उनके वंशज मनुष्यों के मध्य नहीं रह जाएंगे. [QE]
11. [QS]यद्यपि आपके विरुद्ध उनकी योजना बुराई करने की है [QE][QS2]तथा वे युक्ति भी रचेंगे, वे सफल न हो पाएंगे. [QE]
12. [QS]क्योंकि जब आप धनुष से उन पर निशाना लगाएंगे, [QE][QS2]आपके कारण वे पीठ दिखाकर भाग खड़े होंगे. [QE][PBR]
13. [QS]अपनी शक्ति में, याहवेह, आप ऊंचे होते जाएं; [QE][QS2]हम आपके सामर्थ्य का गुणगान करेंगे. [QE]