पवित्र बाइबिल

समकालीन संस्करण खोलें (OCV)
भजन संहिता
1. [QS]पृथ्वी और पृथ्वी में जो कुछ भी है, सभी कुछ याहवेह का ही है. [QE][QS2]संसार और वे सभी, जो इसमें निवास करते हैं, उन्हीं के हैं; [QE]
2. [QS]क्योंकि उन्हीं ने महासागर पर इसकी नींव रखी [QE][QS2]तथा जलप्रवाहों पर इसे स्थिर किया. [QE][PBR]
3. [QS]कौन चढ़ सकेगा याहवेह के पर्वत पर? [QE][QS2]कौन खड़ा रह सकेगा उनके पवित्र स्थान में? [QE]
4. [QS]वही, जिसके हाथ निर्मल और हृदय शुद्ध है, [QE][QS2]जो मूर्तियों पर भरोसा नही रखता, [QE][QS2]जो झूठी शपथ नहीं करता. [QE][PBR]
5. [QS]उस पर याहवेह की आशीष स्थायी रहेगी. [QE][QS2]परमेश्वर, उसका छुड़ाने वाला, उसे धर्मी घोषित करेंगे. [QE]
6. [QS]यही है वह पीढ़ी, जो याहवेह की कृपादृष्टि खोजने वाली, [QE][QS2]जो आपके दर्शन की अभिलाषी है, हे याकोब के परमेश्वर! [QE][PBR]
7. [QS]प्रवेश द्वारो, ऊंचे करो अपने मस्तक; [QE][QS2]प्राचीन किवाड़ो, ऊंचे हो जाओ, [QE][QS2]कि महातेजस्वी महाराज प्रवेश कर सकें. [QE]
8. [QS]यह महातेजस्वी राजा हैं कौन? [QE][QS2]याहवेह, तेजी और समर्थ, [QE][QS2]याहवेह, युद्ध में पराक्रमी. [QE]
9. [QS]प्रवेश द्वारों, ऊंचा करो अपने मस्तक; [QE][QS2]प्राचीन किवाड़ों, ऊंचे हो जाओ, [QE][QS2]कि महातेजस्वी महाराज प्रवेश कर सकें. [QE]
10. [QS]यह महातेजस्वी राजा कौन है? [QE][QS2]सर्वशक्तिमान याहवेह! [QE][QS2]वही हैं महातेजस्वी महाराजा. [QE]
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 24 / 150
1 पृथ्वी और पृथ्वी में जो कुछ भी है, सभी कुछ याहवेह का ही है. संसार और वे सभी, जो इसमें निवास करते हैं, उन्हीं के हैं; 2 क्योंकि उन्हीं ने महासागर पर इसकी नींव रखी तथा जलप्रवाहों पर इसे स्थिर किया. 3 कौन चढ़ सकेगा याहवेह के पर्वत पर? कौन खड़ा रह सकेगा उनके पवित्र स्थान में? 4 वही, जिसके हाथ निर्मल और हृदय शुद्ध है, जो मूर्तियों पर भरोसा नही रखता, जो झूठी शपथ नहीं करता. 5 उस पर याहवेह की आशीष स्थायी रहेगी. परमेश्वर, उसका छुड़ाने वाला, उसे धर्मी घोषित करेंगे. 6 यही है वह पीढ़ी, जो याहवेह की कृपादृष्टि खोजने वाली, जो आपके दर्शन की अभिलाषी है, हे याकोब के परमेश्वर! 7 प्रवेश द्वारो, ऊंचे करो अपने मस्तक; प्राचीन किवाड़ो, ऊंचे हो जाओ, कि महातेजस्वी महाराज प्रवेश कर सकें. 8 यह महातेजस्वी राजा हैं कौन? याहवेह, तेजी और समर्थ, याहवेह, युद्ध में पराक्रमी. 9 प्रवेश द्वारों, ऊंचा करो अपने मस्तक; प्राचीन किवाड़ों, ऊंचे हो जाओ, कि महातेजस्वी महाराज प्रवेश कर सकें. 10 यह महातेजस्वी राजा कौन है? सर्वशक्तिमान याहवेह! वही हैं महातेजस्वी महाराजा.
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