पवित्र बाइबिल

समकालीन संस्करण खोलें (OCV)
भजन संहिता
1. [QS]याहवेह, मुझे निर्दोष प्रमाणित कीजिए, [QE][QS2]क्योंकि मैं सीधा हूं; [QE][QS]याहवेह पर से मेरा भरोसा [QE][QS2]कभी नहीं डगमगाया. [QE]
2. [QS]याहवेह, मुझे परख लीजिए, मेरा परीक्षण कर लीजिए, [QE][QS2]मेरे हृदय और मेरे मन को परख लीजिए; [QE]
3. [QS]आपके करुणा-प्रेम[* करुणा-प्रेम ख़ेसेद इस हिब्री शब्द का अर्थ में “अनुग्रह, दया, प्रेम, करुणा” ये सब शामिल हैं ] का बोध मुझमें सदैव बना रहता है, [QE][QS2]आपकी सत्यता मेरे मार्ग का आश्वासन है. [QE][PBR]
4. [QS]मैं न तो निकम्मी चाल चलने वालों की संगत करता हूं, [QE][QS2]और न मैं कपटियों से सहमत होता हूं. [QE]
5. [QS]कुकर्मियों की समस्त सभाएं मेरे लिए घृणित हैं [QE][QS2]और मैं दुष्टों की संगत में नहीं बैठता. [QE]
6. [QS]मैं अपने हाथ धोकर निर्दोषता प्रमाणित करूंगा [QE][QS2]और याहवेह, मैं आपकी वेदी की परिक्रमा करूंगा, [QE]
7. [QS]कि मैं उच्च स्वर में आपके प्रति आभार व्यक्त कर सकूं [QE][QS2]और आपके आश्चर्य कार्यों को बता सकूं. [QE][PBR]
8. [QS]याहवेह, मुझे आपके आवास, पवित्र मंदिर से प्रेम है, [QE][QS2]यही वह स्थान है, जहां आपकी महिमा का निवास है. [QE]
9. [QS]पापियों की नियति में मुझे सम्मिलित न कीजिए, [QE][QS2]हिंसक पुरुषों के साथ मुझे दंड न दीजिए. [QE]
10. [QS]उनके हाथों में दुष्ट युक्ति है, [QE][QS2]जिनके दायें हाथ घूस से भरे हुए हैं. [QE]
11. [QS]किंतु मैं अपने आचरण में सदैव खरा रहूंगा; [QE][QS2]मुझ पर कृपा कर मुझे मुक्त कर दीजिए. [QE][PBR]
12. [QS]मेरे पैर चौरस भूमि पर स्थिर हैं; [QE][QS2]श्रद्धालुओं की महासभा में मैं याहवेह की वंदना करूंगा. [QE]
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 26 / 150
1 याहवेह, मुझे निर्दोष प्रमाणित कीजिए, क्योंकि मैं सीधा हूं; याहवेह पर से मेरा भरोसा कभी नहीं डगमगाया. 2 याहवेह, मुझे परख लीजिए, मेरा परीक्षण कर लीजिए, मेरे हृदय और मेरे मन को परख लीजिए; 3 आपके करुणा-प्रेम* करुणा-प्रेम ख़ेसेद इस हिब्री शब्द का अर्थ में “अनुग्रह, दया, प्रेम, करुणा” ये सब शामिल हैं का बोध मुझमें सदैव बना रहता है, आपकी सत्यता मेरे मार्ग का आश्वासन है. 4 मैं न तो निकम्मी चाल चलने वालों की संगत करता हूं, और न मैं कपटियों से सहमत होता हूं. 5 कुकर्मियों की समस्त सभाएं मेरे लिए घृणित हैं और मैं दुष्टों की संगत में नहीं बैठता. 6 मैं अपने हाथ धोकर निर्दोषता प्रमाणित करूंगा और याहवेह, मैं आपकी वेदी की परिक्रमा करूंगा, 7 कि मैं उच्च स्वर में आपके प्रति आभार व्यक्त कर सकूं और आपके आश्चर्य कार्यों को बता सकूं. 8 याहवेह, मुझे आपके आवास, पवित्र मंदिर से प्रेम है, यही वह स्थान है, जहां आपकी महिमा का निवास है. 9 पापियों की नियति में मुझे सम्मिलित न कीजिए, हिंसक पुरुषों के साथ मुझे दंड न दीजिए. 10 उनके हाथों में दुष्ट युक्ति है, जिनके दायें हाथ घूस से भरे हुए हैं. 11 किंतु मैं अपने आचरण में सदैव खरा रहूंगा; मुझ पर कृपा कर मुझे मुक्त कर दीजिए. 12 मेरे पैर चौरस भूमि पर स्थिर हैं; श्रद्धालुओं की महासभा में मैं याहवेह की वंदना करूंगा.
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