1. [QS]याहवेह, मैं आपकी महिमा और प्रशंसा करूंगा, [QE][QS2]क्योंकि आपने मुझे गहराई में से बचा लिया है [QE][QS2]अब मेरे शत्रुओं को मुझ पर हंसने का संतोष प्राप्त न हो सकेगा. [QE]
2. [QS]याहवेह, मेरे परमेश्वर, मैंने सहायता के लिए आपको पुकारा, [QE][QS2]आपने मुझे पुनःस्वस्थ कर दिया. [QE]
3. [QS]याहवेह, आपने मुझे अधोलोक से ऊपर खींच लिया; [QE][QS2]आपने मुझे जीवनदान दिया, उनमें से बचा लिया, जो अधोलोक-कब्र में हैं. [QE][PBR]
4. [QS]याहवेह के भक्तो, उनके स्तवन गान गाओ; [QE][QS2]उनकी महिमा में जय जयकार करो. [QE]
5. [QS]क्योंकि क्षण मात्र का होता है उनका कोप, [QE][QS2]किंतु आजीवन स्थायी रहती है उनकी कृपादृष्टि; [QE][QS]यह संभव है रोना रात भर रहे, [QE][QS2]किंतु सबेरा उल्लास से भरा होता है. [QE][PBR]
6. [QS]अपनी समृद्धि की स्थिति में मैं कह उठा, [QE][QS2]“अब मुझ पर विषमता की स्थिति कभी न आएगी.” [QE]
7. [QS]याहवेह, आपने ही मुझ पर कृपादृष्टि कर, [QE][QS2]मुझे पर्वत समान स्थिर कर दिया; [QE][QS]किंतु जब आपने मुझसे अपना मुख छिपा लिया, [QE][QS2]तब मैं निराश हो गया. [QE][PBR]
8. [QS]याहवेह, मैंने आपको पुकारा; [QE][QS2]मेरे प्रभु, मैंने आपसे कृपा की प्रार्थना की: [QE]
9. [QS]“क्या लाभ होगा मेरी मृत्यु से, [QE][QS2]मेरे अधोलोक में जाने से? [QE][QS]क्या मिट्टी आपकी स्तुति करेगी? [QE][QS2]क्या वह आपकी सच्चाई की साक्ष्य देगी? [QE]
10. [QS]याहवेह, मेरी विनती सुनिए, मुझ पर कृपा कीजिए; [QE][QS2]याहवेह, मेरी सहायता कीजिए.” [QE][PBR]
11. [QS]आपने मेरे विलाप को उल्लास-नृत्य में बदल दिया; [QE][QS2]आपने मेरे शोक-वस्त्र टाट उतारकर मुझे हर्ष का आवरण दे दिया, [QE]
12. [QS]कि मेरा हृदय सदा आपका गुणगान करता रहे और कभी चुप न रहे. [QE][QS2]याहवेह, मेरे परमेश्वर, मैं सदा-सर्वदा आपके प्रति आभार व्यक्त करता रहूंगा. [QE]