पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
भजन संहिता
1. [QS]राजा के सम्मान में कविता पाठ करते हुए [QE][QS2]मेरे हृदय में मधुर भाव उमड़ रहा हैं; [QE][QS2]मेरी जीभ कुशल लेखक की लेखनी बन गई है. [QE][PBR]
2. [QS]आप ही पुरुषों में सर्वश्रेष्ठ हैं, [QE][QS2]आपके होंठों में अनुग्रह भरा होता है, [QE][QS2]क्योंकि स्वयं परमेश्वर द्वारा आपको सदैव के लिए आशीषित किया गया है. [QE][PBR]
3. [QS]परमवीर योद्धा, तलवार से सुसज्जित हो जाइए; [QE][QS2]ऐश्वर्य और तेज धारण कर लीजिए. [QE]
4. [QS]सत्य, विनम्रता तथा धार्मिकता की रक्षा करते हुए, [QE][QS2]आपके समृद्ध यश में, ऐश्वर्य के साथ अपने अश्व पर सवार हो जाइए! [QE][QS2]आपका दायां हाथ अद्भुत कार्य कर दिखाए! [QE]
5. [QS]आपके तीक्ष्ण बाण राजा के शत्रुओं के हृदय बेध दें; [QE][QS2]राष्ट्र आपसे नाश हो आपके चरणों में गिर पड़ें. [QE]
6. [QS]परमेश्वर, आपका सिंहासन अमर है; [QE][QS2]आपके राज्य का राजदंड वही होगा, जो सच्चाई का राजदंड है. [QE]
7. [QS]धार्मिकता आपको प्रिय है तथा दुष्टता घृणास्पद; [QE][QS2]यही कारण है कि परमेश्वर, [QE][QS2]आपके परमेश्वर ने हर्ष के तेल से आपको अभिषिक्त करके आपके समस्त साथियों से ऊंचे स्थान पर बसा दिया है. [QE]
8. [QS]आपके सभी वस्त्र गन्धरस, अगरू तथा तेजपात से सुगंधित किए गए हैं; [QE][QS2]हाथी-दांत से जड़ित राजमहल [QE][QS2]से मधुर तन्तु वाद्यों का संगीत आपको मगन करता रहता है. [QE]
9. [QS]आपके राज्य में आदरणीय स्त्रियों के पद पर राजकुमारियां हैं; [QE][QS2]आपके दायें पक्ष में ओफीर राज्य के कुन्दन से सजी राज-वधू विराजमान हैं. [QE][PBR]
10. [QS]राजकन्या, सुनिए, ध्यान दीजिए और विचार कीजिए: [QE][QS2]अब आपका राज्य और आपके पिता का परिवार प्राचीन काल का विषय हो गया. [QE]
11. [QS]तब महाराज आपके सौंदर्य की कामना करेंगे; [QE][QS2]क्योंकि वह आपके स्वामी हैं, अब आप उनके सामने नतमस्तक हों. [QE]
12. [QS]सोर देश की राजकन्या उपहार लेकर आएंगी, [QE][QS2]धनी पुरुष आपकी कृपादृष्टि की कामना करेंगे. [QE]
13. [QS]अंतःपुर में राजकन्या ने भव्य शृंगार किया है; [QE][QS2]उसके वस्त्र पर सोने के धागों से कढ़ाई की गई है. [QE]
14. [QS]कढ़ाई किए गए वस्त्र धारण किए हुए उन्हें राजा के निकट ले जाया जा रहा है; [QE][QS2]उनके पीछे कुंवारी वधू सहेलियों की पंक्तियां चल रही हैं, [QE][QS2]यह समूह अब आपके निकट पहुंच रहा है. [QE]
15. [QS]ये सभी आनंद एवं उल्लास के भाव में यहां आ पहुंचे हैं, [QE][QS2]अब उन्होंने राजमहल में प्रवेश किया है. [QE][PBR]
16. [QS]आपके पुत्र पूर्वजों के स्थान पर होंगे; [QE][QS2]आप उन्हें समस्त देश के शासक बना देंगे. [QE][PBR]
17. [QS]सभी पीढ़ियों के लिए मैं आपकी महिमा सजीव रखूंगा; [QE][QS2]तब समस्त राष्ट्र सदा-सर्वदा आपका धन्यवाद करेंगे. [QE]
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 45 / 150
1 राजा के सम्मान में कविता पाठ करते हुए मेरे हृदय में मधुर भाव उमड़ रहा हैं; मेरी जीभ कुशल लेखक की लेखनी बन गई है. 2 आप ही पुरुषों में सर्वश्रेष्ठ हैं, आपके होंठों में अनुग्रह भरा होता है, क्योंकि स्वयं परमेश्वर द्वारा आपको सदैव के लिए आशीषित किया गया है. 3 परमवीर योद्धा, तलवार से सुसज्जित हो जाइए; ऐश्वर्य और तेज धारण कर लीजिए. 4 सत्य, विनम्रता तथा धार्मिकता की रक्षा करते हुए, आपके समृद्ध यश में, ऐश्वर्य के साथ अपने अश्व पर सवार हो जाइए! आपका दायां हाथ अद्भुत कार्य कर दिखाए! 5 आपके तीक्ष्ण बाण राजा के शत्रुओं के हृदय बेध दें; राष्ट्र आपसे नाश हो आपके चरणों में गिर पड़ें. 6 परमेश्वर, आपका सिंहासन अमर है; आपके राज्य का राजदंड वही होगा, जो सच्चाई का राजदंड है. 7 धार्मिकता आपको प्रिय है तथा दुष्टता घृणास्पद; यही कारण है कि परमेश्वर, आपके परमेश्वर ने हर्ष के तेल से आपको अभिषिक्त करके आपके समस्त साथियों से ऊंचे स्थान पर बसा दिया है. 8 आपके सभी वस्त्र गन्धरस, अगरू तथा तेजपात से सुगंधित किए गए हैं; हाथी-दांत से जड़ित राजमहल से मधुर तन्तु वाद्यों का संगीत आपको मगन करता रहता है. 9 आपके राज्य में आदरणीय स्त्रियों के पद पर राजकुमारियां हैं; आपके दायें पक्ष में ओफीर राज्य के कुन्दन से सजी राज-वधू विराजमान हैं. 10 राजकन्या, सुनिए, ध्यान दीजिए और विचार कीजिए: अब आपका राज्य और आपके पिता का परिवार प्राचीन काल का विषय हो गया. 11 तब महाराज आपके सौंदर्य की कामना करेंगे; क्योंकि वह आपके स्वामी हैं, अब आप उनके सामने नतमस्तक हों. 12 सोर देश की राजकन्या उपहार लेकर आएंगी, धनी पुरुष आपकी कृपादृष्टि की कामना करेंगे. 13 अंतःपुर में राजकन्या ने भव्य शृंगार किया है; उसके वस्त्र पर सोने के धागों से कढ़ाई की गई है. 14 कढ़ाई किए गए वस्त्र धारण किए हुए उन्हें राजा के निकट ले जाया जा रहा है; उनके पीछे कुंवारी वधू सहेलियों की पंक्तियां चल रही हैं, यह समूह अब आपके निकट पहुंच रहा है. 15 ये सभी आनंद एवं उल्लास के भाव में यहां आ पहुंचे हैं, अब उन्होंने राजमहल में प्रवेश किया है. 16 आपके पुत्र पूर्वजों के स्थान पर होंगे; आप उन्हें समस्त देश के शासक बना देंगे. 17 सभी पीढ़ियों के लिए मैं आपकी महिमा सजीव रखूंगा; तब समस्त राष्ट्र सदा-सर्वदा आपका धन्यवाद करेंगे.
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 45 / 150
×

Alert

×

Hindi Letters Keypad References