1. [QS]परमेश्वर, आपने हमें शोकित छोड़ दिया, मानो आप हम पर टूट पड़े हैं; [QE][QS2]आप हमसे क्रोधित हो गए हैं. अब हमें पुनः अपना लीजिए! [QE]
2. [QS]आपने पृथ्वी को कंपाया था, धरती फट गई थी; [QE][QS2]अब जोड़कर इसे शांत कर दीजिए, क्योंकि यह कांप रही है. [QE]
3. [QS]आपने अपनी प्रजा को विषम परिस्थितियों का अनुभव कराया; [QE][QS2]आपने हमें पीने के लिए वह दाखमधु दी, जिसके सेवन से हमारे पांव लड़खड़ा गए, [QE]
4. [QS]किंतु अपने श्रद्धालुओं के लिए आपने एक ध्वजा ऊंची उठाई है, [QE][QS2]कि वह सत्य के प्रतीक स्वरूप प्रदर्शित की जाए. [QE][PBR]
5. [QS]अपने दायें हाथ से हमें छुड़ाकर हमें उत्तर दीजिए, [QE][QS2]कि आपके प्रिय पात्र छुड़ाए जा सकें. [QE]
6. [QS]परमेश्वर ने अपने पवित्र स्थान में घोषणा की है: [QE][QS2]“अपने विजय में मैं शेकेम को विभाजित करूंगा [QE][QS2]तथा मैं सुक्कोथ घाटी को नाप कर बंटवारा कर दूंगा. [QE]
7. [QS]गिलआद पर मेरा अधिकार है, मनश्शेह पर मेरा अधिकार है; [QE][QS2]एफ्राईम मेरे सिर का रखवाला है, [QE][QS2]यहूदाह मेरा राजदंड है. [QE]
8. [QS]मोआब राष्ट्र मेरे हाथ धोने का पात्र है, [QE][QS2]और एदोम राष्ट्र पर मैं अपनी पादुका फेंकूंगा; [QE][QS2]फिलिस्तिया के ऊपर उच्च स्वर में जयघोष करूंगा.” [QE][PBR]
9. [QS]कौन ले जाएगा मुझे सुदृढ़-सुरक्षित नगर तक? [QE][QS2]कौन पहुंचाएगा मुझे एदोम नगर तक? [QE]
10. [QS]परमेश्वर, क्या आप ही नहीं, जिन्होंने हमें अब शोकित छोड़ दिया है [QE][QS2]और हमारी सेनाओं को साथ देना भी छोड़ दिया है? [QE]
11. [QS]शत्रु के विरुद्ध हमारी सहायता कीजिए, [QE][QS2]क्योंकि किसी भी मनुष्य द्वारा लायी गयी सहायता निरर्थक है. [QE]
12. [QS]परमेश्वर के साथ मिलकर हमारी विजय सुनिश्चित होती है, [QE][QS2]वही हमारे शत्रुओं को कुचल डालेगा. [QE]