1. [QS]सर्वशक्तिमान याहवेह, [QE][QS2]कैसा मनोरम है आपका निवास स्थान! [QE]
2. [QS]मेरे प्राण याहवेह के आंगनों की उत्कट अभिलाषा करते हुए [QE][QS2]मूर्छित तक हो जाते हैं; [QE][QS]मेरा हृदय तथा मेरी देह [QE][QS2]जीवन्त परमेश्वर का स्तवन करने लगती है. [QE]
3. [QS]सर्वशक्तिमान याहवेह, मेरे राजा, मेरे परमेश्वर, [QE][QS2]आपकी वेदी के निकट ही गौरैयों को आवास, [QE][QS]तथा अबाबील को अपने बच्चों को रखने के लिए, [QE][QS2]घोसले के लिए, स्थान प्राप्त हो गया है. [QE]
4. [QS]धन्य होते हैं वे, जो आपके आवास में निवास करते हैं; [QE][QS2]वे निरंतर आपका स्तवन करते रहते हैं. [QE][PBR]
5. [QS]धन्य होते हैं वे, जिनकी शक्ति के स्रोत आप हैं, [QE][QS2]जिनके हृदय में ज़ियोन का राजमार्ग हैं. [QE]
6. [QS]जब वे बाका घाटी[† बाका घाटी आंसू की घाटी ] में से होकर आगे बढ़ते हैं, उसमें झरने फूट पड़ते हैं; [QE][QS2]शरदकालीन वर्षा से जलाशय भर जाते हैं. [QE][QS2]शरदकालीन वृष्टि उस क्षेत्र को आशीषों से भरपूर कर देती है. [QE]
7. [QS]तब तक उनके बल उत्तरोत्तर वृद्धि होती जाती है, [QE][QS2]जब तक फिर ज़ियोन पहुंचकर उनमें से हर एक परमेश्वर के सामने उपस्थित हो जायें. [QE][PBR]
8. [QS]याहवेह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर, मेरी प्रार्थना सुनिए; [QE][QS2]याकोब के परमेश्वर, मेरी सुनिए. [QE]
9. [QS]परमेश्वर, हमारी ढाल पर दृष्टि कीजिए; [QE][QS2]अपने अभिषिक्त पर कृपादृष्टि कीजिए. [QE][PBR]
10. [QS]आपके परिसर में एक दिन, [QE][QS2]अन्यत्र के हजार दिनों से उत्तमतर है; [QE][QS]दुष्टों के मंडप में निवास की अपेक्षा मैं, [QE][QS2]आपके भवन का द्वारपाल होना उपयुक्त समझता हूं. [QE]
11. [QS]मेरे लिए याहवेह परमेश्वर सूर्य एवं ढाल हैं; [QE][QS2]महिमा एवं सम्मान याहवेह ही के अनुग्रह हैं; [QE][QS]निष्कलंक पुरुष को वह किसी भी [QE][QS2]उत्तम वस्तु से रोक कर नहीं रखते. [QE][PBR]
12. [QS]सर्वशक्तिमान याहवेह, धन्य होता है वह, [QE][QS2]जिसने आप पर भरोसा रखा है. [QE]