1. {#1जाति-जाति के लोगों के साथ यहूदाह और येरूशलेम का न्याय } {#2यहूदाह को पश्चात्ताप करने के लिये आदेश } [QS]हे निर्लज्ज जाति के लोगों, [QE][QS2]इकट्ठे हो, अपने आपको इकट्ठा करो, [QE]
2. [QS]इसके पहले कि परमेश्वर की आज्ञा प्रभावी हो [QE][QS2]और हवा के द्वारा उड़ाए जानेवाली भूसी के समान वह दिन निकल जाए, [QE][QS]इसके पहले कि याहवेह का भयंकर क्रोध [QE][QS2]तुम पर भड़के, [QE][QS]इसके पहले कि याहवेह के कोप का दिन [QE][QS2]तुम पर आ जाए. [QE]
3. [QS]तुम सब, जो इस देश के नम्र लोग हो, [QE][QS2]जो याहवेह की आज्ञा को मानते हो, याहवेह के खोज में रहो. [QE][QS]धर्मीपन के खोज में रहो, नम्र बनो; [QE][QS2]शायद तुम्हें याहवेह के क्रोध के दिन में [QE][QS2]शरण मिल जाए. [QE]
4. {#2फिलिस्तिया } [QS]अज्जाह[* अज्जाह या गाज़ा ] को पूरी तरह त्याग दिया जाएगा [QE][QS2]और अश्कलोन तबाह हो जाएगा. [QE][QS]दिन-दोपहरी को अशदोदवासी निकाल दिये जाएंगे [QE][QS2]और एक्रोन नगर को मिटा दिया जाएगा. [QE]
5. [QS]हे समुद्रतट पर रहनेवालो, तुम पर हाय, [QE][QS2]हे केरेथियों द्वीप के लोगों, तुम पर हाय; [QE][QS]हे फिलिस्तीनियों के देश, कनान, [QE][QS2]याहवेह का वचन तुम्हारे विरुद्ध है. [QE][QS]वह कहता है, “मैं तुम्हें नाश कर दूंगा, [QE][QS2]कोई भी न बचेगा.” [QE]
6. [QS]समुद्र के किनारे की भूमि चरागाह होगी, [QE][QS2]जहां चरवाहों के लिए कुएं [QE][QS2]और पशुओं के लिये बाड़े होंगे. [QE]
7. [QS]वह देश यहूदाह के बचे लोगों [QE][QS2]का देश होगा; [QE][QS2]वहां उन्हें आहार मिलेगा. [QE][QS]संध्या के समय, वे लोग [QE][QS2]अश्कलोन के घरों में आराम के लिये लेटेंगे. [QE][QS]क्योंकि याहवेह उनका परमेश्वर उनकी सुधि लेंगे; [QE][QS2]वे उनकी समृद्धि को लौटा लाएंगे. [QE]
8. {#2मोआब और अम्मोन } [QS]“मैंने मोआब के द्वारा कही गई अपमान की बातों [QE][QS2]और अम्मोनियों के द्वारा कही गई निंदा की बातों को सुना है, [QE][QS]वे मेरे लोगों की बेइज्जती करते [QE][QS2]और उनके देश को छीन लेने की धमकी देते हैं. [QE]
9. [QS]इसलिये, मेरे जीवन की शपथ,” [QE][QS2]सर्वशक्तिमान याहवेह, [QE][QS2]इस्राएल के परमेश्वर की घोषणा है, [QE][QS]“यह निश्चित है कि मोआब सोदोम के समान [QE][QS2]और अम्मोनी अमोराह के समान हो जाएंगे— [QE][QS]ये घास-पात और नमक के गड्ढों की जगह हो जाएंगे, [QE][QS2]और हमेशा के लिये उजड़ जाएंगे. [QE][QS]मेरे लोगों में से बचे हुए लोग उन्हें लूट लेंगे; [QE][QS2]और मेरी जाति के जीवित बचे लोग उनके देश पर अधिकार कर लेंगे.” [QE][PBR]
10. [QS]उनका घमंड करने और सर्वशक्तिमान याहवेह के लोगों का [QE][QS2]अपमान करने और हंसी उड़ाने का [QE][QS2]उनको यह प्रतिफल मिलेगा. [QE]
11. [QS]याहवेह का भय उनमें समाएगा, [QE][QS2]जब वह पृथ्वी के सब देवताओं को नाश कर देंगे. [QE][QS]दूर-दूर के जाति-जाति के सब लोग अपने-अपने देश में [QE][QS2]याहवेह को झुककर दंडवत करेंगे. [QE]
12. {#2कूश } [QS]“हे कूश देश निवासियो, तुम भी [QE][QS2]मेरी तलवार से मारे जाओगे.” [QE]
13. {#2अश्शूर } [QS]याहवेह उत्तर दिशा के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाएंगे [QE][QS2]और अश्शूर को नाश कर देंगे, [QE][QS]और नीनवेह को पूरी तरह उजाड़ [QE][QS2]और मरुभूमि की तरह सूखा छोड़ देंगे. [QE]
14. [QS]पशु और पक्षी के झुंड [QE][QS2]और सब प्रकार के जीव-जन्तु वहां आराम करेंगे. [QE][QS]उसके खंभों पर मरुस्थल उल्लू [QE][QS2]और चीखनेवाला उल्लू बसेरा करेंगे. [QE][QS]खिड़कियों में से उन उल्लुओं की आवाज सुनाई देगी, [QE][QS2]पत्थर के टुकड़ों से रास्ता भर जाएगा, [QE][QS2]देवदार लकड़ी के बल्लों को खुला छोड़ दिया जाएगा. [QE]
15. [QS]यह उस चहल-पहल वाले शहर की स्थिति है [QE][QS2]जो कभी सुरक्षित हुआ करती थी. [QE][QS]वह अपने आपसे कहती थी, [QE][QS2]“मैं ही हूं! और मुझे छोड़ कोई दूसरा नहीं है.” [QE][QS]वह खंडहर मात्र रह गई है, [QE][QS2]वन-पशुओं का एक मांद! [QE][QS]जो कोई इसके पास से गुज़रता है, [QE][QS2]वह इसकी खिल्ली उड़ाता और अपना मुक्का तानता है. [QE]