पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
2 शमूएल
1. वहां संयोग से शेबा नाम एक बिन्यामीनी था, वह ओछा पुरुष बिक्री का पुत्र था; वह नरसिंगा फूंक कर कहने लगा, दाऊद में हमारा कुछ अंश नहीं, और न यिशै के पुत्र में हमारा कोई भाग है; हे इस्राएलियो, अपने अपने डेरे को चले जाओ!
2. इसलिये सब इस्राएली पुरुष दाऊद के पीछे चलना छोड़कर बिक्री के पुत्र शेबा के पीछे हो लिए; परन्तु सब यहूदी पुरुष यरदन से यरूशलेम तक अपने राजा के संग लगे रहे।
3. तब दाऊद यरूशलेम को अपने भवन में आया; और राजा ने उन दस रखेलियों को, जिन्हें वह भवन की चौकसी करने को छोड़ गया था, अलग एक घर में रखा, और उनका पालन पोषण करता रहा, परन्तु उन से सहवास न किया। इसलिये वे अपनी अपनी मृत्यु के दिन तक विधवापन की सी दशा में जीवित ही बन्द रही।
4. तब राजा ने अमासा से कहा, यहूदी पुरुषों को तीन दिन के भीतर मेरे पास बुला ला, और तू भी यहां उपस्थित रहना।
5. तब अमासा यहूदियों को बुलाने गया; परन्तु उसके ठहराए हुए समय से अधिक रह गया।
6. तब दाऊद ने अबीशै से कहा, अब बिक्री का पुत्र शेबा अबशालोम से भी हमारी अधिक हानि करेगा; इसलिये तू अपने प्रभु के लोगों को ले कर उसका पीछा कर, ऐसा न हो कि वह गढ़ वाले नगर पाकर हमारी दृष्टि से छिप जाए।
7. तब योआब के जन, और करेती और पकेती लोग, और सब शूरवीर उसके पीछे हो लिए; और बिक्री के पुत्र शेबा का पीछे करने को यरूशलेम से निकले।
8. वे गिबोन में उस भारी पत्थर के पास पहुंचे ही थे, कि अमासा उन से आ मिला। योआब तो योद्धा का वस्त्र फेटे से कसे हुए था, और उस फेटे में एक तलवार उसकी कमर पर अपनी म्यान में बन्धी हुई थी; और जब वह चला, तब वह निकलकर गिर पड़ी।
9. तो योआब ने अमासा से पूछा, हे मेरे भाई, क्या तू कुशल से है? तब योआब ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर अमासा को चूमने के लिये उसकी दाढ़ी पकड़ी।
10. परन्तु अमासा ने उस तलवार की कुछ चिन्ता न की जो याआब के हाथ में थी; और उसने उसे अमासा के पेट में भोंक दी, जिस से उसकी अन्तडिय़ां निकलकर धरती पर गिर पड़ी, और उसने उसको दूसरी बार न मारा; और वह मर गया। तब योआब और उसका भाई अबीशै बिक्री के पुत्र शेबा का पीछा करने को चले।
11. और उसके पास योआब का एक जवान खड़ा हो कर कहने लगा, जो कोई योआब के पक्ष और दाऊद की ओर का हो वह योआब के पीछे हो ले।
12. अमासा तो सड़क के मध्य अपने लोहू में लोट रहा था। तो जब उस मनुष्य ने देखा कि सब लोग खड़े हो गए हैं, तब अमासा को सड़क पर से मैदान में उठा ले गया, और जब देखा कि जितने उसके पास आते हैं वे खड़े हो जाते हैं, तब उसने उसके ऊपर एक कपड़ा डाल दिया।
13. उसके सड़क पर से सरकाए जाने पर, सब लोग बिक्री के पुत्र शेबा का पीछे करने को योआब के पीछे हो लिए।
14. और वह सब इस्राएली गोत्रें में हो कर आबेल और बेतमाका और बेरियों के देश तक पहुंचा; और वे भी इकट्ठे हो कर उसके पीछे हो लिए।
15. तब उन्होंने उसको बेतमाका के आबेल में घेर लिया; और नगर के साम्हने ऐसा दमदमा बान्धा कि वह शहरपनाह से सट गया; और योआब के संग के सब लोग शहरपनाह को गिराने के लिये धक्का देने लगे।
16. तब एक बुद्धिमान रूत्री ने नगर में से पुकारा, सुनो! सुनो! योआब से कहो, कि यहां आए, ताकि मैं उस से कुछ बातें करूं।
17. जब योआब उसके निकट गया, तब स्त्री ने पूछा, क्या तू योआब है? उसने कहा, हां, मैं वही हूँ। फिर उसने उस से कहा, अपनी दासी के वचन सुन। उसने कहा, मैं तो सुन रहा हूँ।
18. वह कहने लगी, प्राचीनकाल में तो लोग कहा करते थे, कि आबेल में पूछा जाए; और इस रीति झगड़े को निपटा देते थे।
19. मैं तो मेलमिलाप वाले और विश्वासयोग्य इस्राएलियों में से हूँ; परन्तु तू एक प्रधान नगर नाश करने का यत्न करता है; तू यहोवा के भाग को क्यों निगल जाएगा?
20. योआब ने उत्तर देकर कहा, यह मुझ से दूर हो, दूर, कि मैं निगल जाऊं वा नाश करूं!
21. बात ऐसी नहीं है। शेबा नाम एप्रैम के पहाड़ी देश का एक पुरुष जो बिक्री का पुत्र है, उसने दाऊद राजा के विरुद्ध हाथ उठाया है; तो तुम लोग केवल उसी को सौंप दो, तब मैं नगर को छोड़कर चला जाऊंगा। स्त्री ने योआब से कहा, उसका सिर शहरपनाह पर से तेरे पास फेंक दिया जाएगा।
22. तब स्त्री अपनी बुद्धिमानी से सब लोगों के पास गई। तब उन्होंने बिक्री के पुत्र शेबा का सिर काट कर योआब के पास फेंक दिया। तब योआब ने नरसिंगा फूंका, और सब लोग नगर के पास से अलग अलग हो कर अपने अपने डेरे को गए। और योआब यरूशलेम को राजा के पास लौट गया।
23. योआब तो समस्त इस्राएली सेना के ऊपर प्रधान रहा; और यहोयादा का मुत्र बनायाह करेतियों और पकेतियों के ऊपर था;
24. और अदोराम बेगारों के ऊपर था; और अहीलूद का पुत्र यहोशापात इतिहास का लेखक था;
25. और शया मंत्री था; और सादोक और एब्यातार याजक थे;
26. और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था।
Total 24 अध्याय, Selected अध्याय 20 / 24
1 वहां संयोग से शेबा नाम एक बिन्यामीनी था, वह ओछा पुरुष बिक्री का पुत्र था; वह नरसिंगा फूंक कर कहने लगा, दाऊद में हमारा कुछ अंश नहीं, और न यिशै के पुत्र में हमारा कोई भाग है; हे इस्राएलियो, अपने अपने डेरे को चले जाओ! 2 इसलिये सब इस्राएली पुरुष दाऊद के पीछे चलना छोड़कर बिक्री के पुत्र शेबा के पीछे हो लिए; परन्तु सब यहूदी पुरुष यरदन से यरूशलेम तक अपने राजा के संग लगे रहे। 3 तब दाऊद यरूशलेम को अपने भवन में आया; और राजा ने उन दस रखेलियों को, जिन्हें वह भवन की चौकसी करने को छोड़ गया था, अलग एक घर में रखा, और उनका पालन पोषण करता रहा, परन्तु उन से सहवास न किया। इसलिये वे अपनी अपनी मृत्यु के दिन तक विधवापन की सी दशा में जीवित ही बन्द रही। 4 तब राजा ने अमासा से कहा, यहूदी पुरुषों को तीन दिन के भीतर मेरे पास बुला ला, और तू भी यहां उपस्थित रहना। 5 तब अमासा यहूदियों को बुलाने गया; परन्तु उसके ठहराए हुए समय से अधिक रह गया। 6 तब दाऊद ने अबीशै से कहा, अब बिक्री का पुत्र शेबा अबशालोम से भी हमारी अधिक हानि करेगा; इसलिये तू अपने प्रभु के लोगों को ले कर उसका पीछा कर, ऐसा न हो कि वह गढ़ वाले नगर पाकर हमारी दृष्टि से छिप जाए। 7 तब योआब के जन, और करेती और पकेती लोग, और सब शूरवीर उसके पीछे हो लिए; और बिक्री के पुत्र शेबा का पीछे करने को यरूशलेम से निकले। 8 वे गिबोन में उस भारी पत्थर के पास पहुंचे ही थे, कि अमासा उन से आ मिला। योआब तो योद्धा का वस्त्र फेटे से कसे हुए था, और उस फेटे में एक तलवार उसकी कमर पर अपनी म्यान में बन्धी हुई थी; और जब वह चला, तब वह निकलकर गिर पड़ी। 9 तो योआब ने अमासा से पूछा, हे मेरे भाई, क्या तू कुशल से है? तब योआब ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर अमासा को चूमने के लिये उसकी दाढ़ी पकड़ी। 10 परन्तु अमासा ने उस तलवार की कुछ चिन्ता न की जो याआब के हाथ में थी; और उसने उसे अमासा के पेट में भोंक दी, जिस से उसकी अन्तडिय़ां निकलकर धरती पर गिर पड़ी, और उसने उसको दूसरी बार न मारा; और वह मर गया। तब योआब और उसका भाई अबीशै बिक्री के पुत्र शेबा का पीछा करने को चले। 11 और उसके पास योआब का एक जवान खड़ा हो कर कहने लगा, जो कोई योआब के पक्ष और दाऊद की ओर का हो वह योआब के पीछे हो ले। 12 अमासा तो सड़क के मध्य अपने लोहू में लोट रहा था। तो जब उस मनुष्य ने देखा कि सब लोग खड़े हो गए हैं, तब अमासा को सड़क पर से मैदान में उठा ले गया, और जब देखा कि जितने उसके पास आते हैं वे खड़े हो जाते हैं, तब उसने उसके ऊपर एक कपड़ा डाल दिया। 13 उसके सड़क पर से सरकाए जाने पर, सब लोग बिक्री के पुत्र शेबा का पीछे करने को योआब के पीछे हो लिए। 14 और वह सब इस्राएली गोत्रें में हो कर आबेल और बेतमाका और बेरियों के देश तक पहुंचा; और वे भी इकट्ठे हो कर उसके पीछे हो लिए। 15 तब उन्होंने उसको बेतमाका के आबेल में घेर लिया; और नगर के साम्हने ऐसा दमदमा बान्धा कि वह शहरपनाह से सट गया; और योआब के संग के सब लोग शहरपनाह को गिराने के लिये धक्का देने लगे। 16 तब एक बुद्धिमान रूत्री ने नगर में से पुकारा, सुनो! सुनो! योआब से कहो, कि यहां आए, ताकि मैं उस से कुछ बातें करूं। 17 जब योआब उसके निकट गया, तब स्त्री ने पूछा, क्या तू योआब है? उसने कहा, हां, मैं वही हूँ। फिर उसने उस से कहा, अपनी दासी के वचन सुन। उसने कहा, मैं तो सुन रहा हूँ। 18 वह कहने लगी, प्राचीनकाल में तो लोग कहा करते थे, कि आबेल में पूछा जाए; और इस रीति झगड़े को निपटा देते थे। 19 मैं तो मेलमिलाप वाले और विश्वासयोग्य इस्राएलियों में से हूँ; परन्तु तू एक प्रधान नगर नाश करने का यत्न करता है; तू यहोवा के भाग को क्यों निगल जाएगा? 20 योआब ने उत्तर देकर कहा, यह मुझ से दूर हो, दूर, कि मैं निगल जाऊं वा नाश करूं! 21 बात ऐसी नहीं है। शेबा नाम एप्रैम के पहाड़ी देश का एक पुरुष जो बिक्री का पुत्र है, उसने दाऊद राजा के विरुद्ध हाथ उठाया है; तो तुम लोग केवल उसी को सौंप दो, तब मैं नगर को छोड़कर चला जाऊंगा। स्त्री ने योआब से कहा, उसका सिर शहरपनाह पर से तेरे पास फेंक दिया जाएगा। 22 तब स्त्री अपनी बुद्धिमानी से सब लोगों के पास गई। तब उन्होंने बिक्री के पुत्र शेबा का सिर काट कर योआब के पास फेंक दिया। तब योआब ने नरसिंगा फूंका, और सब लोग नगर के पास से अलग अलग हो कर अपने अपने डेरे को गए। और योआब यरूशलेम को राजा के पास लौट गया। 23 योआब तो समस्त इस्राएली सेना के ऊपर प्रधान रहा; और यहोयादा का मुत्र बनायाह करेतियों और पकेतियों के ऊपर था; 24 और अदोराम बेगारों के ऊपर था; और अहीलूद का पुत्र यहोशापात इतिहास का लेखक था; 25 और शया मंत्री था; और सादोक और एब्यातार याजक थे; 26 और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था।
Total 24 अध्याय, Selected अध्याय 20 / 24
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