HOV
33. हे सांपो, हे करैतों के बच्चों, तुम नरक के दण्ड से क्योंकर बचोगे?
ERVHI
33. “अरे साँपों और नागों की संतानों! तुम कैसे सोचते हो कि तुम नरक भोगने से बच जाओगे।
IRVHI
33. हे साँपो, हे करैतों के बच्चों, तुम नरक के दण्ड से कैसे बचोगे?
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