HOV
46. लंगड़ा होकर जीवन में प्रवेश करना तेरे लिये इस से भला है, कि दो पांव रहते हुए नरक में डाला जाए।
ERVHI
46. [‡मरकुस की कुछ यूनानी प्रतियों में पद 46 जोड़ा गया है।]
IRVHI
46. जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती
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