पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
व्यवस्थाविवरण
ERVHI
25. “लेवीवंशी कहेंगे: ‘वह व्यक्ति अभिशप्त है जो निर्दोष की हत्या के लिये धन लेता है!’ “तब सभी कहेंगे, ‘आमीन!’

HOV
25. शापित हो वह जो निर्दोष जन के मार डालने के लिये धन ले। तब सब लोग कहें, आमीन॥

IRVHI
25. 'श्रापित हो वह जो निर्दोष जन के मार डालने के लिये घुस ले।' तब सब लोग कहें, *'आमीन।'



KJV

AMP

KJVP

YLT

ASV

WEB

NASB

ESV

RV

RSV

NKJV

MKJV

AKJV

NRSV

NIV

NIRV

NLT

MSG

GNB

NET

ERVEN



Notes

No Verse Added

Total 26 Verses, Current Verse 25 of Total Verses 26
  • “लेवीवंशी कहेंगे: ‘वह व्यक्ति अभिशप्त है जो निर्दोष की हत्या के लिये धन लेता है!’ “तब सभी कहेंगे, ‘आमीन!’
  • HOV

    शापित हो वह जो निर्दोष जन के मार डालने के लिये धन ले। तब सब लोग कहें, आमीन॥
  • IRVHI

    'श्रापित हो वह जो निर्दोष जन के मार डालने के लिये घुस ले।' तब सब लोग कहें, *'आमीन।'
Total 26 Verses, Current Verse 25 of Total Verses 26
×

Alert

×

hindi Letters Keypad References