HOV
2. इस स्थान में विवाह कर के बेटे-बेटियां मत जन्मा।
ERVHI
2. “यिर्मयाह, तुम्हें विवाह नहीं करना चाहिये। तुम्हें इस स्थान पर पुत्र या पुत्री पैदा नहीं करना चाहिये।”
IRVHI
2. “इस स्थान में विवाह करके बेटे-बेटियाँ मत जन्मा*।
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