HOV
11. जो चिट्ठी उन्होंने अर्तक्षत्र राजा को लिखी, उसकी यह नकल है---तेरे दास जो महानद के पार के मनुष्य हैं, इत्यादि।
ERVHI
11. राजा अर्तक्षत्र हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि जिन यहूदियों को आपने—अपने पास से भेजा है, वे यहाँ आ गये हैं। वे यहूदी उस नगर को फिर से बनाना चाहते हैं। यरूशलेम एक बुरा नगर है। उस नगर के लोगों ने अन्य राजाओं के विरूद्ध सदैव विद्रोह किया है। अब वे यहूदी परकोटे की नींवों को पक्का कर रहे हैं और दीवारें खड़ी कर रहे हैं। [§अब … रहे हैं यह नगर को सुरक्षित रखने का तरीका था, किन्तु ये लोग राजा को यह विचार करने वाला बनाना चाहते थे कि यहूदी उसके विरूद्ध विद्रोह करने की तैयारी कर रहे हैं।]
IRVHI
11. जो चिट्ठी उन्होंने अर्तक्षत्र राजा को लिखी, उसकी यह नकल है- “राजा अर्तक्षत्र की सेवा में तेरे दास जो महानद के पार के मनुष्य हैं, तुझे शुभकामनाएँ भेजते हैं।
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