HOV
15. क्या वे कभी अपने घृणित कामों के कारण लज्जित हुए? नहीं, वे कुछ भी लज्जित नहीं हुए; वे लज्जित होना जानते ही नहीं; इस कारण जब और लोग नीचे गिरें, तब वे भी गिरेंगे, और जब मैं उन को दण्ड देने लगूंगा, तब वे ठोकर खाकर गिरेंगे, यहोवा का यही वचन है।
ERVHI
15. नबियों और याजकों को उस पर लज्जित होना चाहिये, जो बुरा वे करते हैं। किन्तु वे तनिक भी लज्जित नहीं। वे तो अपने पाप पर संकोच करना तक भी नहीं जानते। अत: वे अन्य हर एक के साथ दण्डित होंगे। जब मैं दण्ड दूँगा, वे जमीन पर फेंक दिये जायेंगे।” यह सन्देश यहोवा का है।
IRVHI
15. क्या वे कभी अपने घृणित कामों के कारण लज्जित हुए? नहीं, वे कुछ भी लज्जित नहीं हुए; वे लज्जित होना जानते ही नहीं; इस कारण जब और लोग नीचे गिरें, तब वे भी गिरेंगे,” और जब मैं उनको दण्ड देने लगूँगा, तब वे ठोकर खाकर गिरेंगे,” यहोवा का यही वचन है।
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