पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
व्यवस्थाविवरण
IRVHI
16. कहीं ऐसा न हो कि तुम बिगड़कर चाहे पुरुष चाहे स्त्री के,

HOV
16. कहीं ऐसा न हो कि तुम बिगड़कर चाहे पुरूष चाहे स्त्री के,

ERVHI
16. इसलिए सावधान रहो! पाप मत करो और किसी जीवित के रूप में किसी का प्रतीक या उसकी मूर्ति बनाकर अपने जीवन को चौपट न करो। ऐसी मूर्ति बनाओ जो किसी पुरुष या स्त्री के सदृश हो।



KJV

AMP

KJVP

YLT

ASV

WEB

NASB

ESV

RV

RSV

NKJV

MKJV

AKJV

NRSV

NIV

NIRV

NLT

MSG

GNB

NET

ERVEN



Notes

No Verse Added

Total 49 Verses, Current Verse 16 of Total Verses 49
  • कहीं ऐसा न हो कि तुम बिगड़कर चाहे पुरुष चाहे स्त्री के,
  • HOV

    कहीं ऐसा न हो कि तुम बिगड़कर चाहे पुरूष चाहे स्त्री के,
  • ERVHI

    इसलिए सावधान रहो! पाप मत करो और किसी जीवित के रूप में किसी का प्रतीक या उसकी मूर्ति बनाकर अपने जीवन को चौपट न करो। ऐसी मूर्ति बनाओ जो किसी पुरुष या स्त्री के सदृश हो।
Total 49 Verses, Current Verse 16 of Total Verses 49
×

Alert

×

hindi Letters Keypad References