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6. एसाव अपनी पत्नियों, और बेटे-बेटियों, और घर के सब प्राणियों, और अपनी भेड़-बकरी, और गाय-बैल आदि सब पशुओं, निदान अपनी सारी सम्पत्ति को, जो उसने कनान देश में संचय किया था, लेकर अपने भाई याकूब के पास से दूसरे देश को चला गया।
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6. और ऐसाव अपनी पत्नियों, और बेटे-बेटियों, और घर के सब प्राणियों, और अपनी भेड़-बकरी, और गाय-बैल आदि सब पशुओं, निदान अपनी सारी सम्पत्ति को, जो उसने कनान देश में संचय की थी, ले कर अपने भाई याकूब के पास से दूसरे देश को चला गया।
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6. (6-8) याकूब और एसाव के परिवार अब बहुत बढ़ गये और कनान में इस बड़े परिवार का खान—पान जुटा पाना कठिन हो गया। इसलिए एसाव ने कनान छोड़ दिया और अपने भाई याकूब से दूर दूसरे प्रदेश में चला गया। एसाव अपनी सभी चीज़ों को अपने साथ लाया। कनान में रहते हुए उसने ये चीज़ें प्राप्त की थीं। इसलिए एसाव अपने साथ अपनी पत्नियों, पुत्रों, पुत्रियों सभी सेवकों, पशु और अन्य जानवरों को लाया। एसाव और याकूब के परिवार इतने बड़े हो रहे थे कि उनका एक स्थान पर रहना कठिन था। वह भूमि दोनों परिवारों के पोषण के लिए काफी बड़ी नहीं थी। उनके पास अत्याधिक पशु थे। एसाव पहाड़ी प्रदेश सेईर की ओर बढ़ा। (एसाव का नाम एदोम भी है।)
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