HOV
15. धनी का धन उसका दृढ़ नगर है, परन्तु कंगाल लोग निर्धन होने के कारण विनाश होते हैं।
ERVHI
15. धनिक का धन, उनका मज़बूत किला होता, दीन की दीनता पर उसका विनाश है।
IRVHI
15. धनी का धन उसका दृढ़ नगर है, परन्तु कंगाल की निर्धनता उसके विनाश का कारण हैं।
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