पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
नीतिवचन
HOV
17. चोरी का पानी मीठा होता है, और लुके छिपे की रोटी अच्छी लगती है।

ERVHI
17. “चोरी का पानी तो, मीठा—मीठा होता है, छिप कर खाया भोजन, बहुत स्वाद देता है।”

IRVHI
17. “चोरी का पानी मीठा होता है*, और लुके-छिपे की रोटी अच्छी लगती है।”



KJV

AMP

KJVP

YLT

ASV

WEB

NASB

ESV

RV

RSV

NKJV

MKJV

AKJV

NRSV

NIV

NIRV

NLT

MSG

GNB

NET

ERVEN



Notes

No Verse Added

Total 18 Verses, Current Verse 17 of Total Verses 18
1 2 3 4 5 6 7 8
9 10 11 12 13 14 15 16 17 18
  • चोरी का पानी मीठा होता है, और लुके छिपे की रोटी अच्छी लगती है।
  • ERVHI

    “चोरी का पानी तो, मीठा—मीठा होता है, छिप कर खाया भोजन, बहुत स्वाद देता है।”
  • IRVHI

    “चोरी का पानी मीठा होता है*, और लुके-छिपे की रोटी अच्छी लगती है।”
Total 18 Verses, Current Verse 17 of Total Verses 18
1 2 3 4 5 6 7 8
9 10 11 12 13 14 15 16 17 18
×

Alert

×

hindi Letters Keypad References