पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
यिर्मयाह
HOV
9. यदि दाख के तोड़ने वाले तेरे पास आते, तो क्या वे कहीं कहीं दाख न छोड़ जाते? और यदि चोर रात को आते तो क्या वे जितना चाहते उतना धन लूटकर न ले जाते?

ERVHI
9. “यदि अंगूर तोड़ने वाले आते हैं और अपने अंगूर के बागों से अंगूर तोड़ते हैं और बेलों पर कुछ अंगूर छोड़ ही देते हैं। यदि चोर रात को आते हैं तो वे उतना ही ले जाते हैं जितना उन्हें चाहिये सब नहीं।

IRVHI
9. यदि दाख के तोड़नेवाले तेरे पास आते, तो क्या वे कहीं-कहीं दाख न छोड़ जाते? और यदि चोर रात को आते तो क्या वे जितना चाहते उतना धन लूटकर न ले जाते?



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  • यदि दाख के तोड़ने वाले तेरे पास आते, तो क्या वे कहीं कहीं दाख न छोड़ जाते? और यदि चोर रात को आते तो क्या वे जितना चाहते उतना धन लूटकर न ले जाते?
  • ERVHI

    “यदि अंगूर तोड़ने वाले आते हैं और अपने अंगूर के बागों से अंगूर तोड़ते हैं और बेलों पर कुछ अंगूर छोड़ ही देते हैं। यदि चोर रात को आते हैं तो वे उतना ही ले जाते हैं जितना उन्हें चाहिये सब नहीं।
  • IRVHI

    यदि दाख के तोड़नेवाले तेरे पास आते, तो क्या वे कहीं-कहीं दाख न छोड़ जाते? और यदि चोर रात को आते तो क्या वे जितना चाहते उतना धन लूटकर न ले जाते?
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