HOV
1. बुरे लोगों के विषय में डाह न करना, और न उसकी संगति की चाह रखना;
ERVHI
1. दुष्ट जन से तू कभी मत होड़कर। उनकी संगत की तू चाहत मत कर।
IRVHI
1. बुरे लोगों के विषय में डाह न करना, और न उसकी संगति की चाह रखना;
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