HOV
31. उपद्रवी पुरूष के विषय में डाह न करना, न उसकी सी चाल चलना;
ERVHI
31. किसी बुरे जन से तू द्वेष मत रख और उसकी सी चाल मत चल। तू अपनी चल।
IRVHI
31. उपद्रवी पुरुष के विषय में डाह न करना, न उसकी सी चाल चलना;
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