HOV
17. यह केवल तेरे ही लिये रहे, और तेरे संग औरों के लिये न हो।
ERVHI
17. ये तो बस तेरी हो, एकमात्र तेरी ही। उसमे कभी किसी अजनबी का भाग न हो।
IRVHI
17. यह केवल तेरे ही लिये रहे, और तेरे संग अनजानों के लिये न हो।
KJV
AMP
KJVP
YLT
ASV
WEB
NASB
ESV
RV
RSV
NKJV
MKJV
AKJV
NRSV
NIV
NIRV
NLT
MSG
GNB
NET
ERVEN