पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
यिर्मयाह
HOV
12. हे आकाश, चकित हो, बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा, यहोवा की यह वाणी है।

ERVHI
12. “आकाश, जो हुआ है उससे अपने हृदय को आघात पहुँचने दो! भय से काँप उठो!” यह सन्देश यहोवा का था।

IRVHI
12. हे आकाश चकित हो, बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा, यहोवा की यह वाणी है।



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  • हे आकाश, चकित हो, बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा, यहोवा की यह वाणी है।
  • ERVHI

    “आकाश, जो हुआ है उससे अपने हृदय को आघात पहुँचने दो! भय से काँप उठो!” यह सन्देश यहोवा का था।
  • IRVHI

    हे आकाश चकित हो, बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा, यहोवा की यह वाणी है।
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