पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
यिर्मयाह
HOV
3. इस्राएल, यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली अपज थी। उसे खाने वाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे, यहोवा की यही वाणी है।

ERVHI
3. इस्राएल के लोग यहोवा को एक पवित्र भेंट थे। वे यहोवा द्वारा उतारे गये प्रथम फल थे। इस्राएल को चोट पहुँचाने का प्रयत्न करने वाले हर एक लोग अपराधी निर्णीत किये गए थे। उन बुरे लोगों पर बुरी आपत्तियाँ आई थीं।” यह सन्देश यहोवा का था।

IRVHI
3. इस्राएल, यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली उपज थी। उसे खानेवाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे,” यहोवा की यही वाणी है।



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  • इस्राएल, यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली अपज थी। उसे खाने वाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
  • ERVHI

    इस्राएल के लोग यहोवा को एक पवित्र भेंट थे। वे यहोवा द्वारा उतारे गये प्रथम फल थे। इस्राएल को चोट पहुँचाने का प्रयत्न करने वाले हर एक लोग अपराधी निर्णीत किये गए थे। उन बुरे लोगों पर बुरी आपत्तियाँ आई थीं।” यह सन्देश यहोवा का था।
  • IRVHI

    इस्राएल, यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली उपज थी। उसे खानेवाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे,” यहोवा की यही वाणी है।
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