HOV
20. दाखमधु के पीने वालों में न होना, न मांस के अधिक खाने वालों की संगति करना;
ERVHI
20. तू उनके साथ मत रह जो बहुत पियक्कड़ हैं, अथवा ऐसे, जो ठूंस—ठूंस माँस खाते हैं।
IRVHI
20. दाखमधु के पीनेवालों में न होना, न माँस के अधिक खानेवालों की संगति करना;
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