HOV
33. उस को घायल और अपमानित होना पड़ेगा, और उसकी नामधराई कभी न मिटेगी।
ERVHI
33. ईर्ष्या किसी पति का क्रोध जगाती है और जब वह इसका बदला लेगा तब वह उस पर दया नहीं करेगा।
IRVHI
33. उसको घायल और अपमानित होना पड़ेगा, और उसकी नामधराई कभी न मिटेगी।
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