पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
नीतिवचन
HOV
18. क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी।

ERVHI
18. एक आशा है, जो सदा बनी रहती है और वह आशा कभी नहीं मरती। — 15 —

IRVHI
18. क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी।



KJV

AMP

KJVP

YLT

ASV

WEB

NASB

ESV

RV

RSV

NKJV

MKJV

AKJV

NRSV

NIV

NIRV

NLT

MSG

GNB

NET

ERVEN



Notes

No Verse Added

Total 35 Verses, Current Verse 18 of Total Verses 35
  • क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी।
  • ERVHI

    एक आशा है, जो सदा बनी रहती है और वह आशा कभी नहीं मरती। — 15 —
  • IRVHI

    क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी।
Total 35 Verses, Current Verse 18 of Total Verses 35
×

Alert

×

hindi Letters Keypad References