पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
नीतिवचन
HOV
8. जो अपना धन ब्याज आदि बढ़ती से बढ़ाता है, वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है।

ERVHI
8. वह जो मोटा ब्याज वसूल कर निज धन बढ़ाता है, वह तो यह धन जोड़ता है किसी ऐसे दयालु के लिये जो गरीबों पर दया करता है।

IRVHI
8. जो अपना धन ब्याज से बढ़ाता है*, वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है।



KJV

AMP

KJVP

YLT

ASV

WEB

NASB

ESV

RV

RSV

NKJV

MKJV

AKJV

NRSV

NIV

NIRV

NLT

MSG

GNB

NET

ERVEN



Notes

No Verse Added

Total 28 Verses, Current Verse 8 of Total Verses 28
  • जो अपना धन ब्याज आदि बढ़ती से बढ़ाता है, वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है।
  • ERVHI

    वह जो मोटा ब्याज वसूल कर निज धन बढ़ाता है, वह तो यह धन जोड़ता है किसी ऐसे दयालु के लिये जो गरीबों पर दया करता है।
  • IRVHI

    जो अपना धन ब्याज से बढ़ाता है*, वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है।
Total 28 Verses, Current Verse 8 of Total Verses 28
×

Alert

×

hindi Letters Keypad References