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आमोस
ओबद्दाह
योना
मीका
नहूम
हबक्कूक
सपन्याह
हाग्गै
जकर्याह
मलाकी
नई टैस्टमैंट
मत्ती
मरकुस
लूका
यूहन्ना
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गलातियों
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कुलुस्सियों 1
1
पौलुस
की
ओर
से,
जो
परमेश्वर
की
इच्छा
से
मसीह
यीशु
का
प्रेरित
है,
और
भाई
तीमुथियुस
की
ओर
से।
2
मसीह
में
उन
पवित्र
और
विश्वासी
भाइयों
के
नाम
जो
कुलुस्से
में
रहते
हैं॥
हमारे
पिता
परमेश्वर
की
ओर
से
तुम्हें
अनुग्रह
और
शान्ति
प्राप्त
होती
रहे॥
3
हम
तुम्हारे
लिये
नित
प्रार्थना
करके
अपने
प्रभु
यीशु
मसीह
के
पिता
अर्थात
परमेश्वर
का
धन्यवाद
करते
हैं।
4
क्योंकि
हम
ने
सुना
है,
कि
मसीह
यीशु
पर
तुम्हारा
विश्वास
है,
और
सब
पवित्र
लोगों
से
प्रेम
रखते
हो।
5
उस
आशा
की
हुई
वस्तु
के
कारण
जो
तुम्हारे
लिये
स्वर्ग
में
रखी
हुई
है,
जिस
का
वर्णन
तुम
उस
सुसमाचार
के
सत्य
वचन
में
सुन
चुके
हो।
6
जो
तुम्हारे
पास
पहुंचा
है
और
जैसा
जगत
में
भी
फल
लाता,
और
बढ़ता
जाता
है;
अर्थात
जिस
दिन
से
तुम
ने
उस
को
सुना,
और
सच्चाई
से
परमेश्वर
का
अनुग्रह
पहिचाना
है,
तुम
में
भी
ऐसा
ही
करता
है।
7
उसी
की
शिक्षा
तुम
ने
हमारे
प्रिय
सहकर्मी
इपफ्रास
से
पाई,
जो
हमारे
लिये
मसीह
का
विश्वास
योग्य
सेवक
है।
8
उसी
ने
तुम्हारे
प्रेम
को
जो
आत्मा
में
है
हम
पर
प्रगट
किया॥
9
इसी
लिये
जिस
दिन
से
यह
सुना
है,
हम
भी
तुम्हारे
लिये
यह
प्रार्थना
करने
और
बिनती
करने
से
नहीं
चूकते
कि
तुम
सारे
आत्मिक
ज्ञान
और
समझ
सहित
परमेश्वर
की
इच्छा
की
पहिचान
में
परिपूर्ण
हो
जाओ।
10
ताकि
तुम्हारा
चाल-चलन
प्रभु
के
योग्य
हो,
और
वह
सब
प्रकार
से
प्रसन्न
हो,
और
तुम
में
हर
प्रकार
के
भले
कामों
का
फल
लगे,
और
परमेश्वर
की
पहिचान
में
बढ़ते
जाओ।
11
और
उस
की
महिमा
की
शक्ति
के
अनुसार
सब
प्रकार
की
सामर्थ
से
बलवन्त
होते
जाओ,
यहां
तक
कि
आनन्द
के
साथ
हर
प्रकार
से
धीरज
और
सहनशीलता
दिखा
सको।
12
और
पिता
का
धन्यवाद
करते
रहो,
जिस
ने
हमें
इस
योग्य
बनाया
कि
ज्योति
में
पवित्र
लोगों
के
साथ
मीरास
में
समभागी
हों।
13
उसी
ने
हमें
अन्धकार
के
वश
से
छुड़ाकर
अपने
प्रिय
पुत्र
के
राज्य
में
प्रवेश
कराया।
14
जिस
में
हमें
छुटकारा
अर्थात
पापों
की
क्षमा
प्राप्त
होती
है।
15
वह
तो
अदृश्य
परमेश्वर
का
प्रतिरूप
और
सारी
सृष्टि
में
पहिलौठा
है।
16
क्योंकि
उसी
में
सारी
वस्तुओं
की
सृष्टि
हुई,
स्वर्ग
की
हो
अथवा
पृथ्वी
की,
देखी
या
अनदेखी,
क्या
सिंहासन,
क्या
प्रभुतांए,
क्या
प्रधानताएं,
क्या
अधिकार,
सारी
वस्तुएं
उसी
के
द्वारा
और
उसी
के
लिये
सृजी
गई
हैं।
17
और
वही
सब
वस्तुओं
में
प्रथम
है,
और
सब
वस्तुएं
उसी
में
स्थिर
रहती
हैं।
18
और
वही
देह,
अर्थात
कलीसिया
का
सिर
है;
वही
आदि
है
और
मरे
हुओं
में
से
जी
उठने
वालों
में
पहिलौठा
कि
सब
बातों
में
वही
प्रधान
ठहरे।
19
क्योंकि
पिता
की
प्रसन्नता
इसी
में
है
कि
उस
में
सारी
परिपूर्णता
वास
करे।
20
और
उसके
क्रूस
पर
बहे
हुए
लोहू
के
द्वारा
मेल
मिलाप
करके,
सब
वस्तुओं
का
उसी
के
द्वारा
से
अपने
साथ
मेल
कर
ले
चाहे
वे
पृथ्वी
पर
की
हों,
चाहे
स्वर्ग
में
की।
21
और
उस
ने
अब
उसकी
शारीरिक
देह
में
मृत्यु
के
द्वारा
तुम्हारा
भी
मेल
कर
लिया
जो
पहिले
निकाले
हुए
थे
और
बुरे
कामों
के
कारण
मन
से
बैरी
थे।
22
ताकि
तुम्हें
अपने
सम्मुख
पवित्र
और
निष्कलंक,
और
निर्दोष
बनाकर
उपस्थित
करे।
23
यदि
तुम
विश्वास
की
नेव
पर
दृढ़
बने
रहो,
और
उस
सुसमाचार
की
आशा
को
जिसे
तुम
ने
सुना
है
न
छोड़ो,
जिस
का
प्रचार
आकाश
के
नीचे
की
सारी
सृष्टि
में
किया
गया;
और
जिस
का
मैं
पौलुस
सेवक
बना॥
24
अब
मैं
उन
दुखों
के
कारण
आनन्द
करता
हूं,
जो
तुम्हारे
लिये
उठाता
हूं,
और
मसीह
के
क्लेशों
की
घटी
उस
की
देह
के
लिये,
अर्थात
कलीसिया
के
लिये,
अपने
शरीर
में
पूरी
किए
देता
हूं।
25
जिस
का
मैं
परमेश्वर
के
उस
प्रबन्ध
के
अनुसार
सेवक
बना,
जो
तुम्हारे
लिये
मुझे
सौंपा
गया,
ताकि
मैं
परमेश्वर
के
वचन
को
पूरा
पूरा
प्रचार
करूं।
26
अर्थात
उस
भेद
को
जो
समयों
और
पीढिय़ों
से
गुप्त
रहा,
परन्तु
अब
उसके
उन
पवित्र
लोगों
पर
प्रगट
हुआ
है।
27
जिन
पर
परमेश्वर
ने
प्रगट
करना
चाहा,
कि
उन्हें
ज्ञात
हो
कि
अन्यजातियों
में
उस
भेद
की
महिमा
का
मूल्य
क्या
है
और
वह
यह
है,
कि
मसीह
जो
महिमा
की
आशा
है
तुम
में
रहता
है।
28
जिस
का
प्रचार
करके
हम
हर
एक
मनुष्य
को
जता
देते
हैं
और
सारे
ज्ञान
से
हर
एक
मनुष्य
को
सिखाते
हैं,
कि
हम
हर
एक
व्यक्ति
को
मसीह
में
सिद्ध
करके
उपस्थित
करें।
29
और
इसी
के
लिये
मैं
उस
की
उस
शक्ति
के
अनुसार
जो
मुझ
में
सामर्थ
के
साथ
प्रभाव
डालती
है
तन
मन
लगाकर
परिश्रम
भी
करता
हूं।
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