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नहूम
हबक्कूक
सपन्याह
हाग्गै
जकर्याह
मलाकी
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मत्ती
मरकुस
लूका
यूहन्ना
प्रेरितों के काम
रोमियो
1 कुरिन्थियों
2 कुरिन्थियों
गलातियों
इफिसियों
फिलिप्पियों
कुलुस्सियों
1 थिस्सलुनीकियों
2 थिस्सलुनीकियों
1 तीमुथियुस
2 तीमुथियुस
तीतुस
फिलेमोन
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याकूब
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अधिक
मत्ती 7:9
उत्पत्ति
निर्गमन
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गिनती
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यहोशू
न्यायियों
रूत
1 शमूएल
2 शमूएल
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होशे
योएल
आमोस
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योना
मीका
नहूम
हबक्कूक
सपन्याह
हाग्गै
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मलाकी
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मरकुस
लूका
यूहन्ना
प्रेरितों के काम
रोमियो
1 कुरिन्थियों
2 कुरिन्थियों
गलातियों
इफिसियों
फिलिप्पियों
कुलुस्सियों
1 थिस्सलुनीकियों
2 थिस्सलुनीकियों
1 तीमुथियुस
2 तीमुथियुस
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फिलेमोन
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याकूब
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मत्ती 7:9 (11 56 pm)
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मत्ती 7:9
1
दोष
मत
लगाओ,
कि
तुम
पर
भी
दोष
न
लगाया
जाए।
2
क्योंकि
जिस
प्रकार
तुम
दोष
लगाते
हो,
उसी
प्रकार
तुम
पर
भी
दोष
लगाया
जाएगा;
और
जिस
नाप
से
तुम
नापते
हो,
उसी
से
तुम्हारे
लिये
भी
नापा
जाएगा।
3
तू
क्यों
अपने
भाई
की
आंख
के
तिनके
को
देखता
है,
और
अपनी
आंख
का
लट्ठा
तुझे
नहीं
सूझता?।
4
और
जब
तेरी
ही
आंख
मे
लट्ठा
है,
तो
तू
अपने
भाई
से
क्योंकर
कह
सकता
है,
कि
ला
मैं
तेरी
आंख
से
तिनका
निकाल
दूं।
5
हे
कपटी,
पहले
अपनी
आंख
में
से
लट्ठा
निकाल
ले,
तब
तू
अपने
भाई
की
आंख
का
तिनका
भली
भांति
देखकर
निकाल
सकेगा॥
6
पवित्र
वस्तु
कुत्तों
को
न
दो,
और
अपने
मोती
सूअरों
के
आगे
मत
डालो;
ऐसा
न
हो
कि
वे
उन्हें
पांवों
तले
रौंदें
और
पलट
कर
तुम
को
फाड़
डालें॥
7
मांगो,
तो
तुम्हें
दिया
जाएगा;
ढूंढ़ो,
तो
तुम
पाओगे;
खटखटाओ,
तो
तुम्हारे
लिये
खोला
जाएगा।
8
क्योंकि
जो
कोई
मांगता
है,
उसे
मिलता
है;
और
जो
ढूंढ़ता
है,
वह
पाता
है
और
जो
खटखटाता
है,
उसके
लिये
खोला
जाएगा।
9
तुम
में
से
ऐसा
कौन
मनुष्य
है,
कि
यदि
उसका
पुत्र
उस
से
रोटी
मांगे,
तो
वह
उसे
पत्थर
दे?
10
वा
मछली
मांगे,
तो
उसे
सांप
दे?
11
सो
जब
तुम
बुरे
होकर,
अपने
बच्चों
को
अच्छी
वस्तुएं
देना
जानते
हो,
तो
तुम्हारा
स्वर्गीय
पिता
अपने
मांगने
वालों
को
अच्छी
वस्तुएं
क्यों
न
देगा?
12
इस
कारण
जो
कुछ
तुम
चाहते
हो,
कि
मनुष्य
तुम्हारे
साथ
करें,
तुम
भी
उन
के
साथ
वैसा
ही
करो;
क्योंकि
व्यवस्था
और
भविष्यद्वक्तओं
की
शिक्षा
यही
है॥
13
सकेत
फाटक
से
प्रवेश
करो,
क्योंकि
चौड़ा
है
वह
फाटक
और
चाकल
है
वह
मार्ग
जो
विनाश
को
पहुंचाता
है;
और
बहुतेरे
हैं
जो
उस
से
प्रवेश
करते
हैं।
14
क्योंकि
सकेत
है
वह
फाटक
और
सकरा
है
वह
मार्ग
जो
जीवन
को
पहुंचाता
है,
और
थोड़े
हैं
जो
उसे
पाते
हैं॥
15
झूठे
भविष्यद्वक्ताओं
से
सावधान
रहो,
जो
भेड़ों
के
भेष
में
तुम्हारे
पास
आते
हैं,
परन्तु
अन्तर
में
फाड़ने
वाले
भेडिए
हैं।
16
उन
के
फलों
से
तुम
उन्हें
पहचान
लोग
क्या
झाडिय़ों
से
अंगूर,
वा
ऊंटकटारों
से
अंजीर
तोड़ते
हैं?
17
इसी
प्रकार
हर
एक
अच्छा
पेड़
अच्छा
फल
लाता
है
और
निकम्मा
पेड़
बुरा
फल
लाता
है।
18
अच्छा
पेड़
बुरा
फल
नहीं
ला
सकता,
और
न
निकम्मा
पेड़
अच्छा
फल
ला
सकता
है।
19
जो
जो
पेड़
अच्छा
फल
नहीं
लाता,
वह
काटा
और
आग
में
डाला
जाता
है।
20
सो
उन
के
फलों
से
तुम
उन्हें
पहचान
लोगे।
21
जो
मुझ
से,
हे
प्रभु,
हे
प्रभु
कहता
है,
उन
में
से
हर
एक
स्वर्ग
के
राज्य
में
प्रवेश
न
करेगा,
परन्तु
वही
जो
मेरे
स्वर्गीय
पिता
की
इच्छा
पर
चलता
है।
22
उस
दिन
बहुतेरे
मुझ
से
कहेंगे;
हे
प्रभु,
हे
प्रभु,
क्या
हम
ने
तेरे
नाम
से
भविष्यद्वाणी
नहीं
की,
और
तेरे
नाम
से
दुष्टात्माओं
को
नहीं
निकाला,
और
तेरे
नाम
से
बहुत
अचम्भे
के
काम
नहीं
किए?
23
तब
मैं
उन
से
खुलकर
कह
दूंगा
कि
मैं
ने
तुम
को
कभी
नहीं
जाना,
हे
कुकर्म
करने
वालों,
मेरे
पास
से
चले
जाओ।
24
इसलिये
जो
कोई
मेरी
ये
बातें
सुनकर
उन्हें
मानता
है
वह
उस
बुद्धिमान
मनुष्य
की
नाईं
ठहरेगा
जिस
ने
अपना
घर
चट्टान
पर
बनाया।
25
और
मेंह
बरसा
और
बाढ़ें
आईं,
और
आन्धियां
चलीं,
और
उस
घर
पर
टक्करें
लगीं,
परन्तु
वह
नहीं
गिरा,
क्योंकि
उस
की
नेव
चट्टान
पर
डाली
गई
थी।
26
परन्तु
जो
कोई
मेरी
ये
बातें
सुनता
है
और
उन
पर
नहीं
चलता
वह
उस
निर्बुद्धि
मनुष्य
की
नाईं
ठहरेगा
जिस
ने
अपना
घर
बालू
पर
बनाया।
27
और
मेंह
बरसा,
और
बाढ़ें
आईं,
और
आन्धियां
चलीं,
और
उस
घर
पर
टक्करें
लगीं
और
वह
गिरकर
सत्यानाश
हो
गया॥
28
जब
यीशु
ये
बातें
कह
चुका,
तो
ऐसा
हुआ
कि
भीड़
उसके
उपदेश
से
चकित
हुई।
29
क्योंकि
वह
उन
के
शास्त्रियों
के
समान
नहीं
परन्तु
अधिकारी
की
नाईं
उन्हें
उपदेश
देता
था॥
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