1. {#1राष्ट्र के कल्याण के लिए प्रार्थना } [QS][PS]*प्रधान बजानेवालों के लिये : कोरहवंशियों का भजन *[PE][PBR]हे यहोवा, तू अपने देश पर प्रसन्न हुआ, याकूब को बँधुवाई से लौटा ले आया है। [QE]
2. [QS]तूने अपनी प्रजा के अधर्म को क्षमा किया है; [QE][QS]और उसके सब पापों को ढाँप दिया है। (सेला) [QE]
3. [QS]तूने अपने रोष को शान्त किया है; [QE][QS]और अपने भड़के हुए कोप को दूर किया है। [QE]
4. [QS]हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, हमको पुनः स्थापित कर, [QE][QS]और अपना क्रोध हम पर से दूर कर*! [QE]
5. [QS]क्या तू हम पर सदा कोपित रहेगा? [QE][QS]क्या तू पीढ़ी से पीढ़ी तक कोप करता रहेगा? [QE]
6. [QS]क्या तू हमको फिर न जिलाएगा, [QE][QS]कि तेरी प्रजा तुझ में आनन्द करे? [QE]
7. [QS]हे यहोवा अपनी करुणा हमें दिखा, [QE][QS]और तू हमारा उद्धार कर। [QE]
8. [QS]मैं कान लगाए रहूँगा कि परमेश्वर यहोवा क्या कहता है, [QE][QS]वह तो अपनी प्रजा से जो उसके भक्त है, शान्ति की बातें कहेगा; [QE][QS]परन्तु वे फिरके मूर्खता न करने लगें। [QE]
9. [QS]निश्चय उसके डरवैयों के उद्धार का समय निकट है*, [QE][QS]तब हमारे देश में महिमा का निवास होगा। [QE]
10. [QS]करुणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं; [QE][QS]धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया हैं। [QE]
11. [QS]पृथ्वी में से सच्चाई उगती [QE][QS]और स्वर्ग से धर्म झुकता है। [QE]
12. [QS]हाँ, यहोवा उत्तम वस्तुएँ देगा, [QE][QS]और हमारी भूमि अपनी उपज देगी। [QE]
13. [QS]धर्म उसके आगे-आगे चलेगा, [QE][QS]और उसके पाँवों के चिन्हों को हमारे लिये मार्ग बनाएगा। [QE]