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यहेजकेल
दानिय्येल
होशे
योएल
आमोस
ओबद्दाह
योना
मीका
नहूम
हबक्कूक
सपन्याह
हाग्गै
जकर्याह
मलाकी
नई टैस्टमैंट
मत्ती
मरकुस
लूका
यूहन्ना
प्रेरितों के काम
रोमियो
1 कुरिन्थियों
2 कुरिन्थियों
गलातियों
इफिसियों
फिलिप्पियों
कुलुस्सियों
1 थिस्सलुनीकियों
2 थिस्सलुनीकियों
1 तीमुथियुस
2 तीमुथियुस
तीतुस
फिलेमोन
इब्रानियों
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहन्ना
2 यूहन्ना
3 यूहन्ना
यहूदा
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एज्रा 4:12
उत्पत्ति
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गिनती
व्यवस्थाविवरण
यहोशू
न्यायियों
रूत
1 शमूएल
2 शमूएल
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योना
मीका
नहूम
हबक्कूक
सपन्याह
हाग्गै
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मलाकी
मत्ती
मरकुस
लूका
यूहन्ना
प्रेरितों के काम
रोमियो
1 कुरिन्थियों
2 कुरिन्थियों
गलातियों
इफिसियों
फिलिप्पियों
कुलुस्सियों
1 थिस्सलुनीकियों
2 थिस्सलुनीकियों
1 तीमुथियुस
2 तीमुथियुस
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फिलेमोन
इब्रानियों
याकूब
1 पतरस
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1 यूहन्ना
2 यूहन्ना
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यहूदा
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एज्रा 4:12 (05 25 am)
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एज्रा 4:12
1
जब
यहूदा
और
बिन्यामीन
के
शत्रुओं
ने
यह
सुना
कि
बन्धुआई
से
छूटे
हुए
लोग
इस्राएल
के
परमेश्वर
यहोवा
के
लिये
मन्दिर
बना
रहे
हैं,
2
तब
वे
जरुब्बाबेल
और
पूर्वजों
के
घरानों
के
मुख्य
मुख्य
पुरुषों
के
पास
आकर
उन
से
कहने
लगे,
हमें
भी
अपने
संग
बनाने
दो;
क्योंकि
तुम्हारी
नाईं
हम
भी
तुम्हारे
परमेश्वर
की
खोज
में
लगे
हुए
हैं,
और
अश्शूर
का
राजा
एसर्हद्दोन
जिसने
हमें
यहां
पहुंचाया,
उसके
दिनों
से
हम
उसी
को
बलि
चढ़ाते
भी
हैं।
3
जरुब्बाबेल,
येशू
और
इस्राएल
के
पितरों
के
घरानों
के
मुख्य
पुरुषों
ने
उन
से
कहा,
हमारे
परमेश्वर
के
लिये
भवन
बनाने
में
तुम
को
हम
से
कुछ
काम
नहीं;
हम
ही
लोग
एक
संग
मिल
कर
फारस
के
राजा
कुस्रू
की
आज्ञा
के
अनुसार
इस्राएल
के
परमेश्वर
यहोवा
के
लिये
उसे
बनाएंगे।
4
तब
उस
देश
के
लोग
यहूदियों
के
हाथ
ढीला
करने
और
उन्हें
डरा
कर
मन्दिर
बनाने
में
रुकावट
डालने
लगे।
5
और
फारस
के
राजा
कुस्रू
के
जीवन
भर
वरन
फारस
के
राजा
द्वारा
के
राज्य
के
समय
तक
उनके
मनोरथ
को
निष्फल
करने
के
लिये
वकीलों
को
रुपया
देते
रहे।
6
क्षयर्ष
के
राज्य
के
पहिले
दिनों
में
उन्होंने
यहूदा
और
यरूशलेम
के
निवासियों
का
दोषपत्र
उसे
लिख
भेजा।
7
फिर
अर्तक्षत्र
के
दिनों
में
बिशलाम,
मियदात
और
ताबेल
ने
और
उसके
सहचरियों
ने
फारस
के
राजा
अर्तक्षत्र
को
चिट्ठी
लिखी,
और
चिट्ठी
अरामी
अक्षरों
और
अरामी
भाषा
में
लिखी
गई।
8
अर्थात
रहूम
राजमंत्री
और
शिलशै
मंत्री
ने
यरूशलेम
के
विरुद्ध
राजा
अर्तक्षत्र
को
इस
आशय
की
चिट्ठी
लिखी।
9
उस
समय
रहूम
राजमंत्री
और
शिमशै
मंत्री
और
उनके
और
सहचरियों
ने,
अर्थात
दीनी,
अपर्सतकी,
तर्पक्की,
अफ़ारसी,
एरेकी,
बाबेली,
शूशनी,
देहवी,
एलामी,
10
आदि
जातियों
ने
जिन्हें
महान
और
प्रधान
ओस्नप्पर
ने
पार
ले
आकर
शोमरोन
नगर
में
और
महानद
के
इस
पार
के
शेष
देश
में
बसाया
था,
एक
चिट्ठी
लिखी।
11
जो
चिट्ठी
उन्होंने
अर्तक्षत्र
राजा
को
लिखी,
उसकी
यह
नकल
है---तेरे
दास
जो
महानद
के
पार
के
मनुष्य
हैं,
इत्यादि।
12
राजा
को
यह
विदित
हो,
कि
जो
यहूदी
तेरे
पास
से
चले
आए,
वे
हमारे
पास
यरूशलेम
को
पहुंचे
हैं।
वे
उस
दंगैत
और
घिनौने
नगर
को
बसा
रहे
हैं;
वरन
उसकी
शहरपनाह
को
खड़ा
कर
चुके
हैं
और
उसकी
नेव
को
जोड़
चुके
हैं।
13
अब
राजा
को
विदित
हो
कि
यदि
वह
नगर
बस
गया
और
उसकी
शहरपनाह
बन
चुकी,
तब
तो
वे
लोग
कर,
चुंगी
और
राहदारी
फिर
न
देंगे,
और
अन्त
में
राजाओं
की
हानि
होगी।
14
हम
लोग
तो
राजमन्दिर
का
नमक
खाते
हैं
और
उचित
नहीं
कि
राजा
का
अनादर
हमारे
देखते
हो,
इस
कारण
हम
यह
चिट्ठी
भेज
कर
राजा
को
चिता
देते
हैं।
15
तेरे
पुरखाओं
के
इतिहास
की
पुस्तक
में
खोज
की
जाए;
तब
इतिहास
की
पुस्तक
में
तू
यह
पाकर
जान
लेगा
कि
वह
नगर
बलवा
करने
वाला
और
राजाओं
और
प्रान्तों
की
हानि
करने
वाला
है,
और
प्राचीन
काल
से
उस
में
बलवा
मचता
आया
है।
और
इसी
कारण
वह
नगर
नष्ट
भी
किया
गया
था।
16
हम
राजा
को
निश्चय
करा
देते
हैं
कि
यदि
वह
नगर
बसाया
जाए
और
उसकी
शहरपनाह
बन
चुके,
तब
इसके
कारण
महानद
के
इस
पार
तेरा
कोई
भाग
न
रह
जाएगा।
17
तब
राजा
ने
रहूम
राजमंत्री
और
शिमशै
मंत्री
और
शोमरोन
और
महानद
के
इस
पार
रहने
वाले
उनके
और
सहचरियों
के
पास
यह
उत्तर
भेजा,
कुशल,
इत्यादि।
18
जो
चिट्ठी
तुम
लोगों
ने
हमारे
पास
भेजी
वह
मेरे
साम्हने
पढ़
कर
साफ
साफ
सुनाई
गई।
19
और
मेरी
आज्ञा
से
खोज
किये
जाने
पर
जान
पड़ा
है,
कि
वह
नगर
प्राचीनकाल
से
राजाओं
के
विरुद्ध
सिर
उठाता
आया
है
और
उसमें
दंगा
और
बलवा
होता
आया
है।
20
यरूशलेम
के
सामथीं
राजा
भी
हुए
जो
महानद
के
पार
से
समस्त
देश
पर
राज्य
करते
थे,
और
कर,
चुंगी
और
राहदारी
उन
को
दी
जाती
थी।
21
इसलिये
अब
इस
आज्ञा
का
प्रचार
कर
कि
वे
मनुष्य
रोके
जाएं
और
जब
तक
मेरी
ओर
से
आज्ञा
न
मिले,
तब
तक
वह
नगर
बनाया
न
जाए।
22
और
चौकस
रहो,
कि
इस
बात
में
ढीले
न
होना;
राजाओं
की
हानि
करने
वाली
वह
बुराई
क्यों
बढ़ने
पाए?
23
जब
राजा
अर्तक्षत्र
की
यह
चिट्ठी
रहूम
और
शिमशै
मंत्री
और
उनके
सहचरियों
को
पढ़
कर
सुनाई
गई,
तब
वे
उतावली
कर
के
यरूशलेम
को
यहूदियों
के
पास
गए
और
भुजबल
और
बरियाई
से
उन
को
रोक
दिया।
24
तब
परमेश्वर
के
भवन
का
काम
जो
यरूशलेम
में
है,
रुक
गया;
और
फारस
के
राजा
दारा
के
राज्य
के
दूसरे
वर्ष
तक
रुका
रहा।
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